हिंदी कहानियां प्रेरणादायक
इसलिए वे बड़े बच्चों के साथ स्कुल जाया करते थे.
महात्मा जी ने इस समस्त कार्यवाही का उद्देश्य केवल यही था कि दोनों का क्रोध कुछ कम हो जाए, ताकि उन्हें समझाया बुझाया जा सके और हुआ भी यही.
महात्मा जी ने कहा हम लोग भूमि से पूछकर निर्णय करते हैं. यह कहकर उन्होंने अपने कान भूमि के साथ लगाया, मानों कुछ सुनने का प्रयत्न कर रहे हो.
उनकी बात सुनकर प्रजापति मुस्कराएं. मन ही मन सोचने लगे ”किसे बड़ा बताऊँ” देवताओं को या दानवों को ?
तीनों में से सबसे बुद्धिमान मछली ने एक अलग तालाब खोजने की योजना बनाई। बाकि बची दो मछलियों में से एक ने सहमति व्यक्त की, पर दूसरे ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि यह तालाब उनका घर है और वह इसे छोड़कर नहीं जाएगी। फिर उसने आगे कहा “आज तक इस तालाब में कभी कोई खतरा नहीं था। मुझे नहीं लगता कि हमें यह तालाब छोड़कर जाने की जरुरत है, और छोड़कर जाना कायरता होगी। ”
मंत्री ने सभी को हल कर दिया. राजा ने यह सोचकर कि इस राजा को हराना कठिन हैं अपनी सेनाएं हटा ली.
कोयल की मधुर आवाज को सुनकर, मोर को उसकी कमी एक बार फिर एहसास हुआ। वह सोचने लगा कि भगवान ने उसे सुंदरता तो दी पर बेसुरा क्यों बनाया। तभी एक देवी प्रकट हुई और उन्होंने मोर से पूछा “मोर, तुम क्यों उदास हो?”
सभी ने अपनी अपनी बुद्धि लगाई पर इस समस्या का कोई हल न कर सका.
एक खरगोश भासुरक के पास जाकर उसे बुला लाए, मै स्वय निबट लूँगा. हममे से जो बलशाली होगा, वही इस जंगल का राजा होगा.
तो वह बोला इन देशो में ज्ञान की कोई कीमत नही हैं, हर कोई पैसे के पीछे पड़ा रहता हैं.
संत महात्मा तो स्वभाव से ही दयालु एवंम परोपकारी होते हैं. सदैव सबका ही भला चाहते हैं.
उस रात के स्वप्न के बाद वह बालक रोजाना रात को छिप छिपकर पढ़ने लगा.
मै बहुत भूखा हु, कही तेरे कुछ कहने से पहले ही मै तुम्हे चबा ना जाऊ.
फरहाद एक हैंडसम सा लड़का गोरा रंग पे चेरी रेड कलर का शर्ट उसकी स्लीव्स फोल्ड हैं।सीधे हाथ में कई सारे ब्रेसलेट और दूसरे हाथ में घडी ।। फरहाद एक ऐसा स्टाइलिश लड़का हे जिसे देख कर हर इंसान यही कहता है।एक ...